नई दिल्ली। वैसे तो पत्रकार भूतपूर्व नहीं होता। पर आशुतोष जी के मामले में पत्रकार और नेता दोनों संबोधनों में भूतपूर्व लगाया जाना बेहतर है। अच्छी दुकान जमी थी कि नेता बन गए। लेकिन बनिया-बनिया की नहीं बनी और बाहर हो गए। अभी शायद एक्टिविस्ट हैं।
19 जुलाई की रात आशुतोष जी को दिव्य ज्ञान आया और उन्होंने ट्वीटर पर लिखा-
सोशल मीडिया आत्म मुग्ध लोगों का अड्डा है,
इससे जितना दूर रहे उतना ही अच्छा है।
https://twitter.com/ashutosh83B/status/1549450689763414017
इस लिखे में एक वर्तनी की अशुद्धि है। है कि जगह हैं आएगा, क्योंकि वो मास को सम्बोधित कर रहे हैं। अपने बाकि सभी ज्ञान ट्वीट्स की तरह इस ट्वीट पर भी वो बहुते पेले गए। लोगों ने एक से बढ़कर एक लतियाया है। मजे कि बात ये है कि सोशल मीडिया से दूर रहने का ज्ञान वो सोशल मीडिया पर ही आकर दे रहे हैं। अक्सर आशुतोष ट्रेंडिंग में आते हैं तो ट्रोलर वो वीडियो फिर ट्रेंड कर देते हैं जिसमें वो टीवी पर फूट फूट कर रोए थे। पर यहां उनकी लाइव डिबेट्स की वो क्लिप भी शेयर हो रही है जिसमें उन्हें ट्वीटर पर 500 कमेंट में 480 पर गाली पड़ने की बात कही गई थी।
रात 11 बजकर 16 मिनट पर किए गए इस ट्वीट की भी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। आखिर ये ज्ञान क्यों ?
बड़े होने के बड़े नुकसान हैं… आशु भैया सोशल मीडिया पर झेल रहे हैं.. जय हो…